04-नवम्बर 2022 सिंगापुर (क्रिप्टो न्यूज़ हिंदी)
भारत सरकार ने क्रिप्टो पर जो भरी भरकम टैक्स लगाए हैं उस से सिर्फ भारत के क्रिप्टो निवेशक, ट्रेडर्स और एक्सचेंज ही परेशां नहीं हैं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी एक्सचेंजस में से एक बिनांस के संस्थापक CZ Changpeng भी चिंतित हैं। उनकी यह चिंता देखी गई। सिंगापुर में फिनटेक कॉन्फ्रेंस के दौरान CZ एक पैनल हैं हिस्सा थे। यहाँ पर बात करते हुए CZ ने भारत में क्रिप्टो टैक्स के बारे में बात करते हुए कहा कि “भारत में बहुत ज्यादा टैक्स है और सम्भावना है कि यह इस क्षेत्र को खत्म कर देगा।
CZ की चिंता सही भी है। भारत में क्रिप्टो पर जब से टैक्स लगा है तब से क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेड वॉल्यूम बहुत ज्यादा नीचे आ गया है या यह कह सकते हैं कि ट्रेड जीरो हो गया है। मुनाफे पर 30% टैक्स और ट्रांजक्शन पर 1% के टीडीएस ने क्रिप्टो क्षेत्र को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है। G20 की मीटिंग में भी सरकार क्रिप्टो के संभावित खतरों के बारे में विश्व समुदाय को बताने वाली है।
इस समय सोशल मीडिया पर कोई भी सरकार से क्रिप्टो टैक्स कम करने की बात नहीं कर रहा है। CZ ने IMAI की सदस्यता लेते हुए यह कहा था कि वह भारत सरकार को क्रिप्टो के बारे में सही जानकारी और सही कानून बनाने में मदद करेंगे। लेकिन अब ऐसा लगता नहीं है कि CZ ऐसा कुछ करने के बारे में सोचेंगे। भारत में सरकारी विभागों द्वारा क्रिप्टो एक्सचेंजस की जाँच और इसमें वज़ीरएक्स का नाम आने के बाद बिनांस और CZ के मिजाज बदले हुए हैं।
हो सकता है आने वाले समय में सरकार क्रिप्टो निवेश को ले कर और ज्यादा कड़े कानून बनाए। अभी भारत में एक्सचेंज पर ट्रेड बंद हो गया है या हो भी रहा है तो बहुत कम। बड़ी बात यह है कि भारत में ब्लॉकचेन और क्रिप्टो कि डेवलपमेंट बहुत ज्यादा है। मैटिक नेटवर्क दुनिया भर में मशहूर हो रहा है और पूरी दुनिया मैटिक नेटवर्क को अपना रही है। निस्चल शेट्टी के लेयर-1 ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट shardium ने भी अपनी पकड़ को क्रिप्टो क्षेत्र में मजबूत किया है। यह प्रोजेक्ट भारत के कई शहरों में ब्लॉकचेन की जानकारी देने के लिए इवेंट कर रहा है। निस्चल शेट्टी का यह प्रोजेक्ट क्रिप्टो की दुनिया में एक बड़ा बदलाव ले कर आने वाला है लेकिन सरकार द्वारा बनाए जा रहे कानून इसमें सबसे बड़ी रूकावट साबित होंगे।
अभी भी सरकार के पास समय है सही तरह इस विषय में सोचने का। क्रिप्टो और ब्लॉकचेन क्षेत्र भारत में लाखों युवाओं को रोजगार दे रहा है और आने वाले समय में इस क्षेत्र में या मांग और बढ़ेगी। सरकार का सही निर्णय भारत को क्रिप्टो क्षेत्र का सरताज बना सकता है।