20/जून/2023 मंगलवार(क्रिप्टो न्यूज हिंदी)
दुनिया की सबसे बडी और बेहतर क्रिप्टो एक्सचेंज *बिनांस* के काम पर पिछले कुछ दिनों से सवाल खडे हो रहें हैं। बिनांस पर ताजा विवाद है अमेरिका में जहां एसईसी ने बिनांस पर सिक्योरिटी टॉकन को बिना एसईसी की इजाज़त के लिए लिस्ट किया और लेनदेन किया। इसके साथ-साथ यह भी पाया गया है कि बिनांस ने अमेरिकन नागरिकों के निवेश और क्रिप्टो अपने अन्य वॉल्ट पर भेजा व इसका इस्तेमाल किया। इसी बात को आधार बना कर बिनांस पर एसईसी ने कोर्ट में मुकदमा दायर किया। कुछ समय बाद ऐसी खबरें प्रकाशित हुई कि बिनांस ने इस बात पर राजी हो गया है कि अमेरिकन नागरिकों का निवेश बिनांस की अमेरिकन एक्सचेंज पर ही रहेगा और वहीं के कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाएगा।
📌 @BinanceUS और SEC के एक समझौते के अनुसार @BinanceUS पर उपभोक्ता के फंड को केबल बिनांस यूएस के कर्मचारी ही नियंत्रित कर सकेंगे। इसके लिए बिनांस यूएस अलग से वॉलट बनाएगा और बिनांस ग्लोबल का इस पर नियंत्रण नहीं होगा।
ऐसा लगता है SEC और @cz_binance ने डील कर ली है।— CryptoNewsHindi🇮🇳₿ (@cryptonewshindi) June 17, 2023
अभी बिनांस की मुश्किलें अमेरिका में खत्म नहीं हुई हैं क्योंकि यहां पर एक्सचेंज पर मनीलॉड्रिंग के आरोप भी लगे हैं।
आज ऑनलाइन मीडिया में यह खबर प्रकाशित हुई है कि बिनांस ने यूरोप में अपने पंजीकरण के समय जो अपना पता बताया है यह आभासी है। इसका मतलब यह हुआ कि यहां पर बिनांस का कोई ऑफिस नहीं है और न ही यहां से बिनांस का कोई काम होता है।
बिनांस लिमिटेड ने अपने इंग्लैंड ऑफिस का जो एड्रेस दिया है यही एड्रेस दुनिया की 2403 और कंपनीज़ ने भी दिया है। यह एक छोटी सी इमारत है व कंपनीज़ इसे वर्चुअल एड्रेस के लिए इस्तेमाल करती है,यहां कोई ऑफिस या कर्मचारी काम नहीं करते,इसका इस्तेमाल कंपनी का पंजीकरण करने के लिए होता है। pic.twitter.com/VNo0CJVJor
— CryptoNewsHindi🇮🇳₿ (@cryptonewshindi) June 20, 2023
इस पते को 4003 और कंपनियों ने अपने पते के तौर पर दिया है। जानकारी मिली है कि इस इमारत को आभासी तौर पर अपना पता देने के लिए किराए पर दिया जाता है लेकिन यहां कभी भी न तो यह कंपनियां आती हैं और न ही काम करती हैं।
प्रश्न यह है कि बिनांस जैसे बडे नाम और कंपनी को यह करने की जरूरत ही क्या है? बिनांस बहुत आराम से यूके में ऑफिस ले कर अपना पंजीकरण ले सकती थी। यही बात अमेरिका में भी है, बिनांस यहां पर एसईसी के नियमों का पालन करते हुए टॉकन को लिस्ट कर सकती थी जो उन्होंने नहीं किया। कॉइनबेस ने एसईसी के काम प्रश्न उठाते हुए सिक्यूरिटीज टॉकन की व्याख्या और साफ नियम और कानून बनाने के लिए कहा है।
बिनांस इससे पहले भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफार्म वज़ीरएक्स का अधिग्रहण करने को ले कर भी विवादों में रही है। वज़ीरएक्स और बिनांस की सीईओ ने मीडिया में कर इस अधिग्रहण को कबूला था। बिनांस भारत में क्रिप्टो विस्तार करना चाहती थी और उन्होंने इसके लिए वज़ीरएक्स को चुना। बिनांस ने इसके बाद WRX टॉकन को अपने लॉचपैड से बाजार में उतारा। वज़ीरएक्स पर जब सरकार के कुछ विभागों ने कानूनी कार्रवाई शुरू की तो बिनांस और उनके सीईओ ने यह कह कर विवाद खडा कर दिया कि *बिनांस ने कभी वज़ीरएक्स का अधिग्रहण नहीं किया और वह केवल एक्सचेंज को सुविधाएं दे रहे थे*। वज़ीरएक्स ने कुछ समय पहले एक ब्लॉग में यह जानकारी दी है कि बिनांस ही वज़ीरएक्स और WRX टॉकन को पूरी तरह से नियंत्रित कर रहा है और WRX बर्न और हॉल्ड बिनांस के ही नियंत्रण में है। इसके ऊपर बिनांस ने अभी तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
📢 Update on $WRX Token Management & Burn Clarification
Full details here – https://t.co/pzhjsJCXpl
In light of recent events, we would like to clarify that Binance controls the WRX token.
Binance had conducted the IEO for $WRX, and all the sale proceeds of WRX IEO (i.e.,… pic.twitter.com/ChZqlGuhBt
— WazirX: India Ka Bitcoin Exchange (@WazirXIndia) May 16, 2023
बिनांस ने भारतीयों के करीब 1800 एकाउंट को ब्लॉक किया हुआ है जिसमें मिलियन डॉलर रखा हुआ है। इन एकाउंट में वज़ीरएक्स से फंड भेजा गया था। बिनांस इन एकाउंट हॉल्डर्स को यह नहीं बता रही है कि ऐसा क्यों किया गया है? बिनांस स्पोर्ट से भी सहयोग नहीं मिल रहा है। अगर कोई एकाउंट किसी की शिकायत पर बंद है तो इसकी जानकारी और समाधान भी बताना चाहिए।
बिनांस और सीज़ी(बिनांस के मालिक) इस समय दुबई में अपना मुख्यालय बना रहें हैं और वहीं से अपने व्यापार को नियंत्रित कर रहे हैं। प्रश्न यह है कि क्या बिनांस दुबई सरकार के नियमों के हिसाब से काम करेगा और सही पंजीकरण लेगा या यहां भी ऐसा ही विवाद होगा।
बिनांस पर दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशकों और ट्रेडर्स के एकाउंट हैं। बिनांस की एक बुरी खबर बाजार को बहुत बुरी तरह प्रभावित करती है। बिनांस और उनके सीईओ को यह सोचना चाहिए कि वह जिस भी देश में अपना व्यापार कर रहें हैं वहां के नियमों का पालन करें।
#binance #cryptonewshindi #cryptonews #bitcoinnews