14 अप्रैल 2020 मंगलवार

पिछले दो लेखों में हमने बिटकॉइन और सोने के बीच कई तुलनात्मक अध्ययन किए और आज तीसरे और अंतिम लेख में निर्णय करेंगे की क्या है एक निवेशक के लिए बेहतर बिटकॉइन या सोना।

लॉकडाउन जैसी स्थीति में सोने और बिटकॉइन की तुलना।
आज भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना के कारण लॉकडाउन को 3 मई तक और बढ़ा दिया है।अब यह बात जाहिर है कि इतने लंबे समय तक ज्यादातर लोगों के पास जीवन यापन के लिए पैसा खत्म होने के करीब है और अगर अगले कुछ और दिन यही स्थिति रही तो लॉकडाउन को बढ़ाना पड़ा तो क्या होगा ? पैसा कैसे आयेगा?यह स्वभाविक है की लोगों को अपनी पूंजी जो निवेश की गई थी उसे निकलना पड़ेगा और ऐसे में अगर आपके पास सोना है तो आप उसको बेच कर पैसा नहीं ले पाएंगे क्योंकि सभी दुकानें बंद है तो ऐसे में बहुमूल्य धातु को बेच कर भी आप पैसा नहीं ले पाएंगे लेकिन अगर अपने यही पैसा बिटकॉइन में लगा रखा था तो आप किसी भी समय कही से भी बैठे अपने बिटकॉइन को बेच कर अपने बैंक एकाउंट में पैसा ले सकते हैं और इसके लिए खरीदार आपको तुरंत मिल जाएगा।अगर आपको सोना खरीदने वाले मिलेंगे भी तो वह इस समय पूरी कीमत नहीं देंगे लेकिन बिटकॉइन की कीमत आपको पूरी मिलेगी।तो यहां यह साफ है कि बिटकॉइन इस मामले में सोने से कही ज्यादा बेहतर है।

सोने के आभूषण और भी बहुत उपयोग है लेकिन बिटकॉइन का क्या ?
सोने का आम आदमी जो सबसे ज्यादा उपयोग करता है वह है आभूषण बना कर इस्तेमाल करना,इसके इलावा यह पूजनीय धार्मिक स्थलों की शोभा भी बढ़ाता है।सोने को औषधि के तौर पर खाने में भी इस्तेमाल किया जाता है अमीर लोग तो सोने के बर्तन भी इस्तेमाल करते हैं।बिटकॉइन की बात करें तो उसकी उपयोगिता न के बराबर है,इसका इस्तेमाल सिर्फ एक सिमित दायरे में ही हो रहा है हालाकि बहुत से देश बिटकॉइन से टैक्स भी लेते हैं जो इसकी उपयोगिता को बढ़ा देता है।बिटकॉइन की एटीएम भी है बहुत से देशों में जो इसे तुरंत देश की मुद्रा में बदलने की सुविधा देता है साथ ही कई देशों में बिटकॉइन से वस्तुओं का लेनदेन भी किया जा रहा है।क्योंकि बिटकॉइन अभी बहुत नया है और लोग इस विषय में ज्यादा जागरूक नहीं है इस लिए बिटकॉइन की उपयोगिता को बनने में समय लगेगा।

सोना है केंद्रीयकृत और बिटकॉइन विकेंद्रियकृत
सोने की कीमत को काफी हद तक सरकार नियंत्रित करती है और सरकार की बिना मंजूरी के सोने का आयात और निर्यात नहीं किया जा सकता।सोने के भंडार मिलने पर भी उस पर हक सरकार का होता है और जह कर भी सारे सोने को एक साथ नहीं निकाला जा सकता क्योंकि इस से कीमत में गिरावट आ जाएगी लेकिन सोने को बड़ी तादाद में निकलने का विकल्प है ।बिटकॉइन को ख़रीदने बेचने या एक देश से दूसरे देश में ले जाने के लिए किसी तरह की रोक टोक नहीं है।बिटकॉइन बनने की एक प्रक्रिया है जिसके अनुसार हर 10 मिनट में 12.5 बिटकॉइन निकलता है जो हर चार साल बाद आधा होता जाता है जैसे की अगले महीने के दूसरे सप्ताह अंत में बिटकॉइन के बनने की रफ़्तार आधी हो रही है।बिटकॉइन को चाह कर भी कोई इसकी सीमा से ज्यादा कभी बना नहीं सकता।बिटकॉइन की कीमत जनता ही निर्धारित करती है हालाकि बिटकॉइन की कीमत को काफी हद तक एक्सचेंज और वह लोग प्रभावित करते हैं जिनके पास यह बहुत बड़ी संख्या में है फिर भी बिटकॉइन किसी एक केंद्रीय शक्ति के अधीन नहीं है।

सोना नकली हो सकता है लेकिन बिटकॉइन नहीं।
आज जब हम बाजार में सोना खरीदने जाते हैं तो हम कोशिश करते हैं कि किसी विश्वास वाले व्यक्ति से ही लिया जाए क्योंकि सोने में मिलावट होने का डर हमेशा रहता है।सोने के शुद्ता बताने के लिए कई कंपनियां भी है जो यह प्रमाणित करती है कि सोने की गुणवत्ता क्या है साथ ही इसका बिल भी आपके पास होना जरुरी है।सोने को अगर आभूषण के लिए इस्तेमाल करना हो तो इसमें मिलावट करनी पड़ती है और अगर सोने में हीरे के आभूषण बनाने हो तो मिलावट और ज्यादा होती है जिसके कारण इसकी कीमत घट जाती है।बिटकॉइन के जीवनकाल में कभी भी नकली बिटकॉइन की बात सुनने में नहीं आई है।अगर आपके वॉलेट में एक बिटकॉइन है तो यह शुद्ध एक बिटकॉइन ही है और इसके लिए आपको किसी प्रमाणपत्र या बिल की जरुरत नहीं है।

सोने और बिटकॉइन में बेहतर क्या है?यह विषय बहुत बड़ा है इसे तीन आर्टिकल में प्रकाशित करने के बाद भी अभी बहुत से ऐसे पहलु हैं जिनके बारे में बात नहीं की गयी लेकिन जितना भी हमने इस विषय पर खोज की तो यह देख कर तो लगता है कि बिटकॉइन और सोना अपनी अपनी जगह पर बहुत उपयोगी है।तुलना के आधार पर देखें तो बिटकॉइन सोने से ज्यादा बेहतर विकल्प है और इसका एक बड़ा कारण है कि निवेशक हमेशा यह देखता है की जो निवेश उसने किया है उसका लाभ कितना मिल रहा है और इस में बिटकॉइन सोने से बेहतर साबित होता है।आप एक काम कर सकते हैं ,एक छोटी से रकम को दो हिस्सों में बांट ले और इनसे बिटकॉइन और उसी मात्रा के पैसे से सोना ख़रीदे और एक साल बाद दोनों का मिलान करें तो आपको फर्क पता चलेगा कि निवेश किसमें बेहतर है।
इस विषय पर हमने ट्विटर पर एक पोल किया था जिसमें 149 वोट आए जिसमें से 88% लोगों का मानना है की बिटकॉइन सोने से बेहतर विकल्प है।