क्रिप्टोकरेंसी मार्केट एक बार फिर चर्चा में है। इसका कारण है — BLUM Token की आधिकारिक TGE (Token Generation Event) की तारीख का ऐलान। 27 जून, 2025, इस दिन BLUM अपनी पहली सार्वजनिक ट्रेडिंग शुरू करेगा।
अब सवाल यह उठता है:
क्या BLUM Token लॉन्च के साथ ही प्राइस में बड़ा उछाल ला पाएगा, या भारी सेलिंग प्रेशर इसके दाम को नीचे धकेल देगा?
इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे:
- BLUM की Tokenomics
- इसकी Launch Strategy
- और Data-Based Price Forecast जो निवेश के निर्णय में आपकी मदद करेगा।

Source: Blum X
27 जून IST: Blum Ecosystem के लिए गेम–चेंजर दिन
BLUM ने पुष्टि की है कि उसका TGE 27 जून को 3:30 बजे IST (10:00 AM UTC) पर होगा।
इस दिन Bitget Spot Exchange पर BLUM/USDT की ट्रेडिंग शुरू होगी। साथ ही, ट्रेडिंग के लिए Blum Mini App और ट्रेडिंग बॉट का भी उपयोग किया जा सकेगा।
इसके अलावा, जो यूज़र्स Airdrop में शामिल थे, वे अपने टोकन क्लेम कर सकते हैं। हालांकि, unvested टोकन जलाए जाएंगे (burn), जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि जल्दी क्लेम करना फ़ायदेमंद होगा।
Tokenomics: पारदर्शिता और Community-Focused Allocation
BLUM Token की कुल सप्लाई 1 अरब (1 Billion) पर सीमित है। अच्छी बात यह है कि प्रोजेक्ट ने पारदर्शिता बनाए रखी है और community-first approach को अपनाया है।
Token Allocation Breakdown:
- 20% — Community Airdrops और उपयोगकर्ता लाभ के लिए
- 20% — Ecosystem ग्रोथ के लिए
- 26.86% — प्रोजेक्ट ट्रेजरी के लिए
- 16.14% — Contributors
- 16% — Strategic Investors

लॉन्च के समय टीम या निवेशकों के लिए कोई टोकन अनलॉक नहीं होगा, जो एक पॉजिटिव ट्रस्ट बिल्डिंग सिग्नल है।
BLUM Token Price Prediction: क्या $1 का आंकड़ा पार होगा?
शॉर्ट टर्म:
अगर community engagement और social media प्रमोशन मजबूत रहता है, तो शुरुआती कीमत $0.05 से $0.10 (₹4–₹8) के बीच खुल सकती है।
मिड टर्म:
Airdrop क्लेमिंग पूरी होने और Mini App के user base के बढ़ने से प्राइस में थोड़ी स्थिरता आने की संभावना है।
इस दौरान कीमत $0.50 – $1.00 (₹40 – ₹80) तक रह सकती है, विशेष रूप से अगर staking फीचर्स और नई exchange लिस्टिंग जल्द शुरू हो जाती हैं।
लॉन्ग टर्म:
अगर ecosystem तेजी से बढ़ता है और नियमित रूप से utility और फीचर्स लॉन्च होते हैं, तो कीमत $1.00 – $2.00 (₹80 – ₹160) तक कंसॉलिडेट हो सकती है।
डेवलपर एक्टिविटी, strategic partnerships और उपयोगकर्ता रिटेंशन इसमें अहम भूमिका निभाएंगे।