7 मई 2021 शुक्रवार (दिल्ली)
पिछले काफी समय से भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज से ट्रेडर्स को बहुत समस्या आ रही है।ऐसा नहीं है की यह समस्या भारतीय एक्सचेंजस के साथ ही हैं, बल्कि दुनिया की सभी एक्सचेंजस के साथ तकनीकी तौर पर कोई न कोई समस्या आती रहती है लेकिन भारतीय एक्सचेंज के बारे में बात कुछ ज्यादा ही की जाती है।फ़िलहाल जो सबसे ज्यादा समस्या है वह है वज़ीरएक्स के साथ या हम यह कह सकते हैं की कुछ लोग वज़ीरएक्स के बारे में ही कुछ ज्यादा बात कर रहे हैं।इसमें कोई गलत बात भी नहीं है की वज़ीरएक्स में पिछले कुछ समय से कुछ ज्यादा समस्या आ रही है और इसे खुद वज़ीरएक्स के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी भी मानते हैं।निश्चल ने कई बार सोशल मीडिया और यूट्यूब पर कई लोगों के साथ लाइव आ कर हर बात का जवाब दिया है।
वज़ीरएक्स के साथ चल रही समस्याओं के बारे में कुछ समय पहले टीम ने एक आर्टिकल प्रकाशित किया था जहां पर उन्होंने उन सभी प्रश्नों का जवाब देने का प्रयास किया जो लोग उनसे पूछ रहे थे। इन सभी प्रशोने के जवाब को आप यहाँ पढ़ सकते हैं।
आपके द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर ?
विषय सूचि
प्र: DOGE की ट्रेडिंग धीरे क्यों चल रही है?
प्र: DOGE/INR और DOGE/USDT की कीमत में फर्क क्यों है ?
प्र: वज़ीरएक्स की सहायता धीमे क्यों है?
प्र: क्या मै वज़ीरएक्स पर भरोसा कर सकता हूँ ?
प्र: DOGE की ट्रेडिंग धीरे क्यों चल रही हैं?
क्योंकि हर कोई DOGE से प्यार करता है !doge की कीमत में आए अचानक उछाल के कारण ट्रेडिंग ट्रैफिक में बड़ा आवेश पैदा किया है।हमने समवर्ती उपभोक्ताओं में 1000% का इज़ाफ़ा देखा है।हम हर दिन बढ़ती तादाद में ट्रेडिंग वॉल्यूम,ट्रैफिक,नए उपभोगता,और एक्टिव ट्रेडर्स के प्रत्यक्ष साक्षी हैं।हम अपनी कार्य प्रणाली को और अधिक उपभोगताओं के लिए और बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं ताकि आप आसानी से वज़ीरएक्स पर ट्रेड कर सकें।
प्र: DOGE/INR और DOGE/USDT की कीमत में फर्क क्यों हैं ?
यह इन दोनों बाज़ारों में मांग की विविधता के कारण है।अगर मांग उपलब्धता से ज्यादा है,तो कीमत ऊपर जाएगी।जब उपलब्धता ज्यादा है और मांग कम है तो कीमत नीचे जाएगी।अभी,ज्यादातर उपभोक्ता doge को भारतीय मुद्रा से खरीदने में रूचि दिखा रहे हैं USDT की जगह,और कम लोग doge को भारतीय रुपये में बेचने में रूचि दिखा रहे हैं।इसका मतलब हैं की doge का बाजार भारतीय मुद्रा में ज्यादा रूचि दिखा रहा है USDT में कम।यही कारण है की INR बाजार में कीमत थोड़ी ज्यादा दिख रही है।इस से अधिक,वज़ीरएक्स की आर्डर बुक खुली है और हम कीमत को निर्धारित नहीं कर सकते और न ही अपने प्लेटफार्म पर किसी क्रिप्टो की कीमत को नियंत्रित कर सकते हैं।
प्र: वज़ीरएक्स की सहायता धीमे क्यों हैं ?
इस कारण से:
* हमारी टीम के 40% सदस्य COVID-19 से प्रत्यक्ष/परोक्ष रूप से प्रभावित हैं।
* पिछले तीन महीने में हमारे यहाँ साइन-अप 300% की रफ़्तार से बढ़े हैं।
* फरवरी से सपोर्ट आवेदन में 400% की बढ़ोतरी हुई है।
लेकिन क्या आप जानते हैं:
* वज़ीरएक्स की सम्पूर्ण टीम पिछले एक महीने से अधिक समय तक काम कर रही है और यहाँ तक कि सप्ताहांत की छुटी में भी काम हो रहा है।
* पिछले एक महीने में हमने अपनी सपोर्ट टीम में 150% की वृद्धि की है।
* अगले कुछ हफ्तों में हम इस टीम को और 300% बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।
प्र: क्या मै वज़ीरएक्स पर भरोसा कर सकता हूँ ?
वज़ीरएक्स भारत की सबसे बड़ी एक्सचेंज है जिस पर 3 मिलियन से अधिक भारतीयों भरोसा करते हैं।भले ही हमने वर्ष में उच्च विकास की योजना बनाई हो,लेकिन हमने अब तक जो विकास देखा है वह अभूर्तपूर्व है।हम अपने सिस्टम को और अधिक ट्रैफिक को सँभालने के लिए सीख रहें हैं और स्केल कर रहें हैं।यह संभव है की तेज़ी से स्केलिंग करने के दौरान यहाँ वहां कुछ समस्याएँ आ सकती हैं।लेकिन यहाँ कुछ भी ऐसे नहीं है जिसे ठीक न किया जा सके।
यह कहा जा रहा है,हम यह सुनिश्चित करने के लिए कठिन परिश्रम करते रहेंगे कि आपके पास वज़ीरएक्स पर सबसे अच्छा ट्रेडिंग अनुभव है।
हमेशा हमारे सहयोगी होने के लिए धन्यवाद।
ऊपर लिखी बातों को पढ़ कर यह तो समझ आ रहा है कि वज़ीरएक्स का काम बढ़ रहा है और वह इसे सँभालने के लिए प्रयास भी कर रहे हैं लेकिन टीम को यह समझना चाहिए की उन्हें इन समस्याओं को जल्द ठीक करना चाहिए।इसका कारण यह है कि अभी क्रिप्टो बाज़ार में बहुत तेज़ी है और निवेशक इस मोके पर पैसा बनाना चाहते हैं लेकिन यह समस्या आएगी तो उनका नुक्सान होगा जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।यहाँ पर कुछ और समस्याएँ भी आ रही है जैसे कि P2P से लेनदेन,बैंक द्वारा अपने अकाउंट में पैसा डालने और एक्सचेंज से अपने एकाउंट में पैसा लेने में बहुत देरी हो रही है।P2P की समस्या के बारे में क्रिप्टो न्यूज़ हिंदी को वज़ीरएक्स के एक उपभोगता अंशु शर्मा ने बताया कि “मैंने वज़ीरएक्स पर p2p के माध्यम से कुछ क्रिप्टो को बेचा जो 1200 रुपये की थी,मेरे खाते से क्रिप्टो दूसरे व्यक्ति को चली गयी लेकिन मुझे आज तक मेरे 1200 रूपये नहीं मिले।इसके लिए मैंने वज़ीरएक्स पर टिकट भी बनाई और निजी तौर पर भी संपर्क किया लेकिन कोई समाधान नहीं मिला आज तक”।p2p के इसी तरह की कई समस्याएं हैं।
क्रिप्टो कानून यूट्यूब चैनल पर बैंक से लेनदेन के विषय पर बात करते हुए निश्चल ने बताया था की “यह समस्या बैंक की तरफ से आ रही है और बैंक क्रिप्टो एक्सचेंज को सही तरह से सुविधाएं नहीं दे पा रहे हैं इस लिए हमें समस्या आ रही है।एपीआई को ले कर भी कुछ समस्याएं हैं जिसे सही करने पर काम हो रहा है”।निश्चल से एक प्रश्न पूछा गया था कि “वज़ीरएक्स पर विड्राल फीस बहुत ज्यादा है और बाइनेन्स पर कम तो इसका क्या कर रहे हैं आप”?इसके जवाब में निश्चल ने बताया कि अगर आपके पास वज़ीरएक्स और बाइनेन्स दोनों पर एकाउंट हैं तो आप वज़ीरएक्स से बाइनेन्स पर ज़ीरो फीस के साथ काफी सारी क्रिप्टो को भेज सकते हैं और फिर वहां से कही भी अलग अलग ब्लॉकचेन का इस्तेमाल करके अपनी क्रिप्टो को अपनी मनचाही एक्सचेंज या वॉलेट पर भेज सकते हैं”।
लगभग सभी एक्सचेंज के साथ समय समय पर समस्या आती रहती है और इसी को ठीक करने के लिए एक्सचेंज समय समय पर रख रखाव के लिए कुछ समय के लिए बंद भी की जाती हैं लेकिन सबसे बड़ी समस्या देखी जाती है जब क्रिप्टो की कीमत में बड़े उतार चढ़ाव होते हैं।सभी एक्सचेंज को इस विषय पर काम करना जरुरी है क्योंकि ट्रेडिंग वॉल्यूम तो भविष्य में और ज्यादा बढ़ेगा और ऐसे में एक्सचेंज पर समस्या आएगी तो ट्रेडर्स का नुक्सान होगा जो सही बात नहीं है।
इन समस्याओं को ले कर ट्रेडर्स अक्सर टिकट बनाते ही इसे ट्विटर पर भी डाल देते हैं क्रिप्टो में काम करने वाले यूट्यूब चैनल चलने वालों और क्रिप्टो में काम करने वाले ऐसे लोगों को टैग करते हैं जिनके फोल्लोवेर्स बहुत ज्यादा हैं।इसी बात का जवाब देने के लिए निश्चल कई बार यूट्यूब पर और ट्विटर पर सारी जानकारी दे चुके हैं।यहाँ एक बात पर ख्याल रखना चाहिए की अपने देश की क्रिप्टो एक्सचेंज के बारे में सोशल मीडिया पर गलत बोल कर हम अपना ही नुक्सान कर रहे हैं।क्या अपने कभी किसी भी देश के क्रिप्टो ट्रेडर्स को अपने देश की क्रिप्टो एक्सचेंज के बारे में इतना ज्यादा या थोड़ा भी सोशल मीडिया पर बोलते देखा है ? लेकिन भारत में यह बात बहुत ज्यादा होती है और यह कहीं न कहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत,क्रिप्टो एक्सचेंज और भारतीय क्रिप्टो प्रोजेक्ट की छवि को भी खराब करते हैं।समस्या अगर एक्सचेंज से है तो इसका समाधना भी वही करेंगे कोई और नही।
भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज को अपनी कार्य प्रणाली को जल्द ठीक करना चाहिए और अपने सपोर्ट सिस्टम को और ज्यादा बेहतर बनाना चाहिए। ज्यादा ट्रेडिंग वॉल्यूम और ज्यादा ट्रेडर्स के लिए भी अपने आप को तैयार करना चाहिए।जैसे जैसे क्रिप्टो की जानकारी बढ़ रही है वैसे वैसे लोग तो ज्यादा आएंगे ही और अगर ऐसे में एक्सचेंज सही काम नहीं करेंगी तो ट्रेडर्स दूसरी एक्सचेंज पर जाने लगेंगे जिस से क्रिप्टो एक्सचेंज का नुक्सान होगा।हमें उम्मीद है की हम जल्द ही भारतीय एक्सचेंज को दुनिया की बेहतर एक्सचेंज की लिस्ट में देख पाएंगे।
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