जब से क्रिप्टो की शुरुआत हुई है तब से आज तक इसमे कई बदलाव तो आए ही हैं साथ ही इसमें बहुत सारी समस्याए भी पैदा होती रहती है।क्योंकि यहां बहुत बड़ी मात्रा मे पैसे का लेन देन जुड़ा है तो इसमें सही व्यवस्था न होने के कारण कई बार कंपनिया डूब भी जाती है जिसके कारण जानता के पैसे का नुकसान हो जाता है।कंपनीयो द्वारा उचित सुरक्षा न अपनाने के कारण हैकिंग जैसी समस्याएं भी बहुत बढ़ रही है और क्रिप्टो का नुकसान हो रहा है । पिछले कुछ वर्षों मे 25 बड़ी हैकिंग हुई हैं और लगभग 1237 कॉइन,टोकन,एक्सचेंज और कंपनीयो मे जनता का खरबो रुपया डूब है। प्रश्न यह उठता है कि क्या इस से बचा जा सकता था या अब बचा जा सकता है?
इसका जवाब है “बिल्कुल बचा जा सकता है” !!!
क्रिप्टो ऑडिट फर्म
पुरे विश्व में कई क्रिप्टो ऑडिट फर्म है जो की क्रिप्टो कंपनीयो को कई तरह की वित्य और सुरक्षा से सम्बंधित सलाह और रिपोर्ट्स देती है।लगभग हर बड़ी और प्रोफेशनल कंपनीया अपने प्रोजेक्ट का ऑडिट करवाती रहती है और ऑडिट फर्म अपनी रिपोर्ट मे यह जानकारी देती है कि वित्य लेनदेन मे असमानता ज्यादा तो नही है जिस कारण कंपनिया दिवालिया हो जाये या आये से ज्यादा देनदारी तो नही बढ़ रही कंपनी पर।
ज्यादा तर वो कंपनिया अपनी ऑडिट नही करवाती जो फ़र्ज़ी स्कीम या पैसे को घूमती है और फिर उनका उद्देश्य कंपनी को बंद करना होता है। ज्यादा तर लोग इसकी जानकारी के अभाव मे कभी भी कंपनी से यह पूछते ही नही और ज्यादा तर मामलो मे तो खुद कंपनी चलाने वालों को भी इसका ज्ञान नही होता।
अपने हाल ही मे कैनाडा की एक एक्सचेंज के बारे मे सुना होगा जिसके मालिक की अचानक मृत्यु के बाद एक्सचेंज का सारा क्रिप्टो कोल्ड वॉलेट मे ही बंद हो गया क्योंकि कंपनी के मालिक ने किसी को भी कोल्ड वॉलेट का पासवर्ड नही बताया था लेकिन क्रिप्टो का ऑडिट करने वाली एक फर्म  “एर्नस्ट एंड यंग” ने खुलासा किया है कि इस कंपनी के 6 कोल्ड वॉलेट से अप्रैल 2018 मे ही सारी क्रिप्टो को निकाल लिया गया था जबकि गेराल्ड कॉटन की मृत्यु इसके काफी बाद हुई थी,इसका मतलब यह पब्लिक के साथ एक बहुत बड़ी धोखाधड़ी है जिसको ऑडिट फर्म ने उजागर किया।
वेबसाइट की सुरक्षा की भी होती है ऑडिट रिपोर्ट।
पिछले कुछ दिनों में कई क्रिप्टो कंपनी व एक्सचेंज की हैकिंग हुई है ज़ाहिर सी बात है कि सुरक्षा की चूक के कारण ही यह सब हुआ है। क्रिप्टो ऑडिट फर्म के कर्मचारी बहुत आधुनिक व विशेषज्ञ होते हैं जो सुरक्षा के सभी मॉपदण्डो को देखते व उचित सलाह देते हैं। अक्सर कंपनिया थोड़ा सा पैसा बचने के चक्कर मे सुरक्षा से समझौता कर लेते हैं और इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
ऑडिट फर्म किसी भी कंपनी को वित्य मुसीबत आने से पहले ही बता सकती है कि इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए और साथ ही सुरक्षा के कौन से मापदंड अपनाने चाहिए?
जनता को भी किसी कपनी मे पैसा लगाने से पहले ऑडिट रिपोर्ट मांगनी चाहिए या इसके लिए कंपनी को बोलना चाहिए।एक अच्छी ऑडिट फर्म किसी भी कंपनी की सफलता का एक मापदंड हो सकती है। ऑडिट रिपोर्ट की जांच करके आप काफी हद तक अपनी क्रिप्टो को सुरक्षित कर सकते हैं।

 

 

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