9 जून 2022 नई दिल्ली (क्रिप्टो न्यूज़ हिंदी)

वैसे तो सरकारी विभाग अपने काम में अक्सर कुछ ना कुछ गलती करते रहते हैं, लेकिन कल क्रिप्टो को लेकर सरकारी विभाग से कुछ ज्यादा ही बड़ी गलती हो गई। कल सरकारी विभाग में एक सूची जारी की जिसके अंदर सेवाओं पर लगने वाले टीडीएस के बारे में जानकारी दी गई थी। इस लिस्ट में सेक्शन 194S के अंदर पेमेंट ऑन ट्रांसफर ऑफ वर्चुअल डिजिटल ऐस्टस के अंतर्गत क्रिप्टो के बारे में जो टीडीएस लगा है उसके बारे में व्याख्या की गई थी। सरकार ने बजट के दौरान क्रिप्टो के ऊपर लेनदेन पर जो टैक्स लगाया था वह 1% टीडीएस कहा गया था, लेकिन कल जब यह लिस्ट जारी की गई तो इस पर गलती से टीडीएस 0.10 लिख दिया गया। जैसे ही यह लिस्ट जारी हुई उसके साथ ही क्रिप्टो के कुछ बड़े ट्विटर अकाउंट ने इस खबर को शेयर करना शुरू कर दिया और देखते ही देखते यह न्यूज़ लाखों लोगों तक पहुंच गई।

जल्द ही सरकारी विभाग को अपनी गलती का पता चल गया और उन्होंने अपनी गलती को सही करते हुए 0.10% से हटाकर 1% टीडीएस कर दिया। सरकारी विभाग ने अपनी गलती में सुधार तो कर लिया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. इस ख़बर के आते ही कई क्रिप्टो के बड़े ट्विटर अकाउंट ने इस खबर को अपनी पोस्ट के ऊपर डालना शुरू कर दिया।

क्योंकि यह खबर बहुत बड़ी थी इसलिए क्रिप्टो समुदाय ने बहुत जल्दी इसके ऊपर अपने विचार देने शुरू कर दिए. ट्विटर और सोशल मीडिया पर यह खबर आग की तरह फैल गई कि सरकारी विभाग ने क्रिप्टो के ऊपर टीडीएस को घटा दिया है। जब कुछ लोग इस खबर को वेरीफाई करने के लिए सरकार की वेबसाइट के ऊपर गए तब उन्हें पता चला कि यह एक भूल थी। आयकर विभाग ने अपनी इस गलती को बहुत जल्दी सुधार तो लिया लेकिन तब तक कुछ लोगों ने इस गलती के स्क्रीनशॉट लेकर ट्विटर के ऊपर शेयर करने शुरू कर दिए.

अपनी इस गलती को ढकने के लिए आयकर विभाग ने एक ट्वीट जारी किया. इस ट्वीट के अंदर इनकम टैक्स विभाग ने लिखा कि “सीबीडीटी के संज्ञान में कुछ ऐसी खबरें आ रही हैं जहां पर क्रिप्टो के ऊपर टीडीएस को घटा कर 0.1 प्रतिशत करने खबरें फैलाई जा रही हैं। हम यहां पर यह साफ कर देना चाहते हैं कि क्रिप्टो और डिजिटल ऐस्टस के ऊपर टीडीएस में किसी भी तरीके का बदलाव नहीं किया गया है और यह 1% ही रहेगा.”

यहां पर आयकर विभाग ने अपनी गलती को ना मानते हुए अपनी सारी गलतियों को मीडिया के ऊपर डाल दिया। अब क्योंकि यह गलती सरकारी विभाग की थी और उससे भी बड़ा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की थी इसलिए उनसे इस बारे में सवाल कौन करता? यह खबर बाजार में आने के बाद अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि क्या वाकई में ही जो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट है वह क्रिप्टो के लेनदेन पर जो टैक्स है वह 0.1% ही रखना चाहता है लेकिन सरकारी दबाव के अंदर इस टैक्स को 1% किया गया है? क्या हम इसे एक मानवीय भूल कह सकते हैं या जानबूझकर क्रिप्टो समुदाय के साथ किया गया एक मजाक ? क्या ऐसा हो सकता है कि आयकर विभाग ने 0.10% रखा हो लेकिन सरकार ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बात ना मानते हुए इस टैक्स को 1% करने के लिए दबाव डाला हो?

यहां पर मुद्दा यह नहीं है कि यह गलती की गई या नहीं की गई लेकिन यहां पर मुद्दा यह है कि अगर गलती की गई तो यहां पर आयकर विभाग को अपनी गलती माननी चाहिए थी ना कि इस गलती को मीडिया के ऊपर डालना चाहिए था। इस खबर को किसी भी मीडिया ने कभी भी और कहीं भी प्रकाशित नहीं किया, यह क्रिप्टो समुदाय ही था जिसने ट्विटर के माध्यम से या अपने सोशल मीडिया के माध्यम से इस खबर को बाजार में प्रकाशित किया। अगर हम सीधे तौर पर कहें तो आयकर विभाग यहां पर सीधा-सीधा क्रिप्टो समुदाय को ही टारगेट कर रहा है!

सरकार को और सरकारी विभाग को वह अपना काम करने का तरीका बदलना पड़ेगा अगर आप गलती करते हैं तो उस गलती को स्वीकार भी करना चाहिए जो आयकर विभाग को भी करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। क्रिप्टो लेनदेन के ऊपर यह 1% का टीडीएस एक जुलाई 2022 से लगने वाला है लेकिन इससे संबंधित बहुत सारे प्रश्न और बहुत सारी शंकाएं क्रिप्टो समुदाय के मन में है। ऐसी खबर है कि बहुत जल्द ही आयकर विभाग और सरकार क्रिप्टो से संबंधित टैक्स को लेकर कुछ FAQ यानी कि जो प्रश्न अक्सर मन में आते हैं उनका एक लेखा-जोखा बना रही है, जो बहुत जल्द इस टैक्स के अप्लाई होने से पहले बाजार में आ जाएगा ताकि क्रिप्टो समुदाय उनको समझ सके और उसी हिसाब से अपने टैक्स की गणना कर सकें। क्रिप्टो कमाई के ऊपर 30% का जो टैक्स है उसकी गणना करना तो बहुत आसान है लेकिन एक परसेंट का टीडीएस, इसके बारे में शंकाएँ हैं। क्या उस व्यक्ति को टैक्स देना पड़ेगा जो खरीदेगा या बेचेगा या फिर यह टेक्स डायरेक्टली क्रिप्टो एक्सचेंज ही लेगा और वही सरकार को यह टैक्स जमा करवाएगा? इस बारे में अभी बहुत संदेह है। अगर यह टैक्स डायरेक्टली क्रिप्टो एक्सचेंज को काटना पड़ेगा तो इसके लिए उनको सॉफ्टवेयर तैयार करना पड़ेगा और शायद इसके लिए एक्सचेंज के पास अभी समय बहुत कम है। ऐसा संभव हो सकता है कि 1 जुलाई से यह टीडीएस अप्लाई ना हो और इसके लिए एक्सचेंज को थोड़ा समय दिया जाए। अभी इस प्रक्रिया में करीब एक महीने से कम का टाइम शेष बचा है तो हो सकता है कुछ क्रिप्टो एक्सचेंज इसके ऊपर काम शुरू कर चुकी हों और कुछ एक्सचेंज इसके ऊपर अभी काम करें। यह तो 1 जुलाई 2022 को ही पता चलेगा कि क्या क्रिप्टो लेनदेन के ऊपर एक परसेंट का टीडीएस लगना शुरू होता है या इसमें सरकार या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कुछ रियायत देगा या फिर इसके लिए कुछ समय मिलेगा ?

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