अक्सर क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स मे लोगों के साथ धोखा होना कोई नई बात नही है लेकिन आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे क्रिप्टो कॉइन के मालिक की जो दुनिया के दस सबसे बड़े कॉइन मे अपना नाम रखता है और डैप बाजार का बादशाह है। हम बात कर रहे हैं ट्रॉन कॉइन के मालिक जस्टिन सन की जिन्होंने हाल ही मे 20 मिलियन डॉलर और एक टेस्ला कार का गिववे देने का वायदा लोगों से किया और फिर कुछ ऐसा सामने आया जिसकी कल्पना भी किसी ने नही की थी। जस्टिन ने कुछ समय पहले दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए 20 मिलियन डॉलर और एक नामी कार देने का वायदा किया जिसके लिए जनता को सिर्फ जस्टिन को ट्विटर पर फॉलो करना था और उनके हर ट्वीट पर रिट्वीट करना था।अब इतनी आसानी से पैसा मिले तो कौन नही चाहेगा ? लेकिन इस सारे प्रोग्राम पर ट्विटर के साथ ही बहुत सारे लोगों की भी नज़र थी।आपको जानकर हैरानी होगी की जिस तेज़ी से लोगों ने जस्टिन को ट्वीटर पर फॉलो करना शुरु किया वो अचंभित करने वाला था लेकिन जल्द ही इसकी सच्चाई सामने आ गयी। ज्यादातर ट्वीटर पर जो लोग जस्टिन को फॉलो कर रहे हैं वो बिलकुल नए आईडी हैं और न तो उन्होंने आज तक कोई ट्वीट किया और न ही जस्टिन के सिवा वो किसी को या कोई उन्हें फॉलो करता है। इसके बाद जस्टिन ने कार के विजेता का नाम बताया @uzgaroth और सीधा जस्टिन के मैसेज बॉक्स मे अपनी जानकारी देने के लिए कहा, इसके बाद शुरू हुआ असली ड्रामा,जस्टिन ने ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन तब तक यह बात दुनिया भर मे फैल गयी थी। कुछ समय पहले जो एक कार का विजेता घोषित कर दिया गया हो और अब उसे कार न मिले तो उसकी क्या हालत होगी यह समझ जा सकता है। विजेता ने जस्टिन को अपनी जानकारी दी और फिर ट्वीटर पर उसके साथ हुए धोखे को पूरी दुनिया को बताना शुरू किया जो अभी तक चल रहा है।इसी बीच जस्टिन ने इस विजेता को 2020 मे होने वाले एक क्रिप्टो सेमिनार मे फ्री आने का वायदा किया जिसके आने जाने का सभी खर्च विजेता को नही देना होगा लेकिन विजेता को तो कार ही चाहिए। वही दूसरी तरफ 20 मिलियन डॉलर जिन 88 लोगों को देने की बात की जा रही है वो सब भी संदेह के घेरे मे हैं।इसमे से कई लोग कंप्यूटर बोट बताई जा रही हैं और कुछ नाम एक ही व्यक्ति के हैं।समझने वाली बात है कि जस्टिन ने ऐसा क्यों किया ? मनोवैज्ञानिक का मानना है कि जब हद से ज्यादा पैसा या ताकत आ जाती है तो वो गलत जगहों पर इस्तेमाल होती हैं जो जस्टिन के मामले मे भी है।ट्रॉन के बाद बिटटोरेंट से जस्टिन को इतना पैसा मिला की शायद इसकी कल्पना भी उन्होंने नही की होगी और यही कारण है कि वो ऐसे काम कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स की माने तो यह एक तरह की बीमारी है जो सोशल मीडिया से बढ़ती है,हर थोड़ी देर मे कोई पोस्ट डालना और फिर बार बार यह देखना की कितने लोगों ने लाइक किया,शेयर किया या कोई कमेंट लिखा।अगर आपके पास ज्यादा पैसा आ ही गया है तो बेहतर है कि आप समाज सेवा मे लगाएं।ज्यादा अच्छा होता अगर जस्टिन यही पैसा गरीब लोगो को जरुरतमंदो को शिक्षा के लिए दान करते तो शायद उनको मानसिक तौर पर ज्यादा संतुष्टि मिलती।जस्टिन ने यह गिववे दो कारणों से दिया होगा एक नाम बनाने के लिए क्योंकि वो अक्सर विटालिक से होड़ लगाने मे लगे रहते हैं और दूसरा ट्रॉन की कीमत मे उछाल लाने के लिए लेकिन जस्टिन का जहां इस सारे काम से नाम खराब हुआ वही ट्रॉन को भी कुछ फायदा नही हुआ।