13/01/2020 सोमवार

बिटकॉइन को आप जैसे जैसे पढ़ते और समझते जाएंगे आपको इसकी तकनिकी गहराई अचंभित करती जाएगी।आज हम बात करते हैं बिटकॉइन के हाविंग(जिसका अर्थ है आधा हो जाना) की और क्या प्रभाव पड़ता है इसका बिटकॉइन के ब्लॉक माईन करने वालों को मिलने वाले बिटकॉइन पर।

सबसे पहले समझते हैं कि बिटकॉइन बनता कैसे से और ब्लॉक क्या होता है। जब दो लोगों के बीच बिटकॉइन का लेनदेन होता है तो यह प्रविष्टि(transaction) एक ब्लॉक में दर्ज होती है जैसे की पहले बैंक में जमा या निकली गयी राशि को एक रजिस्टर में दर्ज किया जाता था।जब यह प्रविष्टियां एक ब्लॉक में दर्ज हो जाती हैं(हर 10 मिनट में बिटकॉइन का एक ब्लॉक बनता है)अब इस ब्लॉक में दर्ज प्रविष्टियों को जो माइन करता है यानि की जो इन प्रविष्टियों को वेरिफाई करता है तो इस काम के बदले में उसको एक निर्धारित ईनाम मिलता है और वह बिटकॉइन के रूप में होता है जो की बिटकॉइन की ब्लॉकचेन अपने आप देती रहती है। आज हर एक ब्लॉक को माइन करने पर 12.5 बिटकॉइन मिलता है इस तरह से हर 10 मिनट में 12.50 बिटकॉइन बाजार में आ जाता है और यह तब तक चलता रहेगा जब तक 2 करोड़ 10 लाख जो की बिटकॉइन की निर्धारित सीमा हैं बाजार में नहीं आ जाता तब तक माइनिंग से बिटकॉइन बनता रहेगा। 2009 में एक ब्लॉक माईन करने पर 50 बिटकॉइन मिलता था उसके चार साल बाद यह 50% कम हो कर 25 बिटकॉइन हो गया फिर चार साल बाद 12.5 बिटकॉइन और अब 2020 में फिर यह आधा हो जायेगा 6.25 बिटकॉइन, बिटकॉइन के इस घटते क्रम को ही हाविंग कहा जाता है जिसका अर्थ होता है आधा हो जाना। इसके पीछे के गणित को थोड़ा और गहराई से जानते है-

“ब्लॉक निर्माण की दर को प्रत्येक दो सप्ताह समायोजन अवधि (6 प्रति घंटे के बराबर) के लिए लक्षित करने के लिए हर 2016 ब्लॉक को समायोजित किया जाता है। प्रति ब्लॉक उत्पन्न बिटकॉइन की संख्या ज्यामितीय रूप से घटने के लिए निर्धारित होती है, प्रत्येक 210,000 ब्लॉकों में 50% की कमी, या लगभग चार साल।इसका परिणाम यह है कि अस्तित्व में बिटकॉइन की संख्या 21 मिलियन से थोड़ी अधिक नहीं होगी।(चार्ट 1 और 2 को देखें)। तो अब यह साफ हो जाता है कि हर चार साल बाद बिटकॉइन को माइन करने वालों को मिलने वाले बिटकॉइन की संख्या आधी होती जाती है आखरी बिटकॉइन अक्टूबर 2040 में माइन होगा और उसके बाद बिटकॉइन बनना बंद हो जायेगा।

माइनिंग बंद होने पर माइनर्स को क्या फायदा होगा ?
यह एक बहुत बड़ी बात है जो लोग अक्सर सोचते हैं कि बिटकॉइन जब बनना बंद हो जायेगा तो कोई माइनिंग क्यों करेगा उसको क्या मिलेगा।आज जब हम बिटकॉइन का लेनदेन करते हैं तो इसके लिए हमें कुछ सातोशी फीस के तौर पर देने पड़ते हैं और उस लेनदेन को वेरिफाई करने पर हर ब्लॉक पर मिलने वाला बिटकॉइन भी माइनर्स को मिलता है लेकिन माइनिंग बंद हो जाने पर बिटकॉइन तो नहीं मिलेगा लेकिन बिटकॉइन की फीस इनके पास जरूर जाएगी।अब अगर आप एक अनुमान लगाए की पिछले 10 साल में बिटकॉइन की कीमत कहा से कहा पंहुच गयी है और हम बात कर रहे हैं 2040 आज से 20 साल बाद जब एक सातोशी की कीमत भी बहुत ज्यादा होगी।बिटकॉइन के लेनदेन के लिए दी जाने वाली फीस पर मिलने वाले सातोशी 2040 में माइनिंग करने वालों को बहुत मुनाफा पंहुचा रहे होंगे।

क्या होगा बिटकॉइन की कीमत पर असर ?
मई 2020 में बिटकॉइन की हांविग के बाद हर 10 मिनट बाद बिटकॉइन 12.5 की जगह 6.25 बिटकॉइन ही बाजार में आएगा लेकिन दिन ब दिन बिटकॉइन के बारे में जैसे जैसे लोगों को पता चलता जा रहा है बिटकॉइन की मांग बढ़ती जा रही है तो अनुमान है कि 2020 में बिटकॉइन की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। तकनिकी विशेषग्यो की बात करें तो उनके अनुसार एक बिटकॉइन पचास हज़ार डॉलर से भी ऊपर जा सकता है और इसके बहुत से कारण भी हैं जिन्हें हम अगले आर्टिकल में पढेंगे।
तो यह थी सरल भाषा में बिटकॉइन की हांविग के बारे में जानकारी।

लेख के कुछ अंश विकिपिडिया से लिए गए हैं